2019 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में कांग्रेस (Congress) को दो सीटे मिलने से साफ है कि वह यूपी में गठबंधन से बाहर ही रहेगी। अब यह देखना है कि कांग्रेस इनसे दोस्ताना संघर्ष करती है या मजबूती से लड़ेगी। वैसे कांग्रेस व शिवपाल यादव की नई पार्टी के बीच भी नजदीकी बढ़ने की खबरे हैं। ऐसे में इन दोनों के बीच समझौता हुआ तो सपा के लिए अलग मुश्किल होगी।
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गठबंधन को उम्मीद है कि भाजपा छोड़ चुकी व उनकी पार्टी से सांसद सावित्री बाई फुले अगर सपा बसपा के साथ आती हैं तो उन्हें एक सीट दी जा सकती है। इसी तरह भाजपा के सहयोगी दल से कोई बगावत करता है उसकी पार्टी के लिए एक सीट दी जा सकती है।
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सूत्रों के मुताबिक अजीत सिंह की रालोद के लिए मथुरा व बागपत सीट छोड़ी जा सकती है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी के लिए रायबरेली व अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट पर सपा-बसपा गठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगा। ऐसा यहां भाजपा को रोकने के लिए किया जाएगा।
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यूपी में सीटों का गणित
पार्टी जीतीं नंबर दो वाली सीटें
भाजपा प्लस 73 07
बसपा 0 34
सपा 05 31
कांग्रेस 02 06
आप 00 01
रालोद 00 01