बॉलीवुड में अपने बेहतरीन अदाकारी और शानदार डायलॉग से लोहा मनवाने वाले मशहूर  एक्टर कादर खान की हालत काफी नाजुक…

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बॉलीवुड में अपने बेहतरीन अदाकारी और शानदार डायलॉग से लोहा मनवाने वाले मशहूर  एक्टर कादर खान की हालत काफी नाजुक है। खबर है कि खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें बाइपेप ( BiPAP) वेंटीलेटर पर रखा गया है। बता दें कि कादर खान 81 साल की उम्र में प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर (पीएसपी )के शिकार हो गए थे। जिसके कारण उनका द‍िमाग काम करना बंद कर दिया है। स्पॉटबॉय की खबर के मुताबिक कादर खान के बेटे सरफराज ने जानकारी दी है कि प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर के चलते दिमाग से संचालित होने वाली गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई है। डॉक्टरों ने सांस लेने में हो रही दिक्कत के कारण उन्हें बाइपेप वेंटीलेटर पर रखा गया है। वहीं इसी के साथ डॉक्टरों ने उन्हें निमोनिया के लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं। सरफराज के अनुसार डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी हेल्थ पर नजर रखे है लेकिन उन्हें सांस लेने की दिक्कत के बाद बाइपेप वेंटिलेटर पर रखा गया है। दरअसल आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कादर खान की पिछली साल घुटनों की भी सर्जरी हुई थी, जिसके बाद से उनकी हेल्थ में लगातार गिरावट देखने को मिली है। बता दें कि  कई सालों से कादर खान अपने बेटे सरफराज और बहु शाइस्ता के साथ कनाडा में रहते हैं।बता दें कि कादर खान को आखिरी बार 2015 में आई फिल्म दिमाग का दही में देखा गया था। कादर खान ने 1973 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया। उनकी पहचान अभिनेता और लेखक के रूप में भी है। अमिताभ की कई सफल फिल्मों के अलावा, कादर खान ने हिम्मतवाला, कुली नं वन, मैं खिलाडी तू अनाड़ी, खून भरी मांग, कर्मा, सरफरोश और धर्मवीर जैसी सुपर हिट फिल्मों के संवाद लिखे हैं। 2013 में, कादर खान को उनके फिल्मों में योगदान के लिए साहित्य शिरोमनी अवार्ड से नवाजा गया था।प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी (पीएसपी) एक असामान्य मस्तिष्क विकार है जिससे शरीर की मूवमेंट , संतुलन, बोलने, निगलने, मनोदशा और व्यवहार के साथ सोच को भी प्रभावित करता है। डिसऑर्डर मस्तिष्क में नर्व सेल्स के नष्ट होने के कारण होता है।

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