पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न सम्मान वापस लेने संबंधी प्रस्ताव दिल्ली विधानसभा में पास किए जाने के बाद दिल्ली में सियासत गरमा गई है. दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने अपनी तेजतर्रार विधायक अलका लांबा के इस मामले को सोशल मीडिया पर शेयर करने के बाद उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया. अलका का दावा है कि उन्होंने प्रस्ताव का विरोध करते हुए वॉक आउट किया जिस कारण उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया. उनके इस कदम का कांग्रेस से समर्थन मिल रहा है.
केजरीवाल को लिखा पत्रअलका लांबा के समर्थकों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा है, जिसमें विधायक अलका का इस्तीफा स्वीकार न करने की मांग की गई है. इस पत्र पर चांदनी चौक सीटे विधायक अलका लांबा के समर्थकों के हस्ताक्षर भी हैं. चिट्ठी में लिखा गया है कि क्या विधायक को इतना भी हक नहीं है कि वो अपने विचार रख सकें.
विधानसभा स्पीकर की सफाईविधानसभा स्पीकर रामनिवास गोयल ने बताया कि मूल प्रस्ताव 1984 दंगे से जुड़ा था और उसमें राजीव गांधी का नाम नहीं था. स्पीकर ने बताया कि विधायक जरनैल सिंह ने अपने भाषण में राजीव गांधी का नाम जोड़ा.