आगरा की बेटी संजलि मौत से जंग हार गई। गुरुवार रात नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में संजलि ने दम तोड़ दिया। बिटिया की मौत की खबर से लालऊ में कोहराम मच गया। देर शाम संजलि का शव गांव पहुंचा। इस दौरान आक्रोशत भीड़ ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की। इधर, घटना में नया मोड़ तब आया जब संजलि के ताऊ के बेटे योगेश ने जहर खा लिया। उसकी अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस की संदिग्धों की सूची में उसका नाम था। उसका मोबाइल भी पुलिस ने जब्त कर लिया था।
गम और गुस्से में लालऊ
संजलि की मौत से लोगों के दिलों में गम, गुबार और गुस्सा है। लालऊ में कोहराम मचा हुआ है। संजलि के घर ग्रामीणों का तांता लग गया। घटना के विरोध में लालऊ, नवांमील का बाजार बंद हो गया। युवक सड़कों पर उतर आए। कुछ युवकों ने पुतले भी फूंके। अकोला क्षेत्र के अधिकांश स्कूल नहीं खुले। कलक्ट्रेट पर भीम आर्मी, समाजवादी पार्टी और किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उधर, संजली की साथी छात्राएं भी गमजदा हैं।
देर शाम शव पहुंचा, गुस्सा भड़का
देर शाम नई दिल्ली से संजलि का शव गांव लालऊ पहुंचा तो बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ वहां जुटी थी। आक्रोशित लोगों ने इस दौरान वहां नारेबाजी कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की। आक्रोशित परिवारीजन और ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। सरकार से मदद की मांग की। एसडीएम सदर ने संजलि के पिता से बात की और कहा कि सरकार से हर संभव मदद के लिए बात करेंगे। इस दौरान संजलि की बहन अंजलि ने एक करोड़ रुपये मुआवजा और खुद को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग रखी।
दो युवकों ने दिया घटना को अंजाम
स्कूल से घर लौटते समय मंगलवार दोपहर बाइक सवार दो युवकों ने पेट्रोल डालकर संजलि को आग लगाई थी। 80 प्रतिशत जली हालत में उसे आगरा से दिल्ली रेफर किया गया था। गुरुवार की रात डेढ़ बजे उसने वेंटीलेटर पर दम तोड़ दिया। चिकित्सकों के मुताबिक उसकी श्वासनली भी जलने से सिकुड़ गई थी। उसे सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी। उसको इसीलिए वेंटीलेटर पर रखा गया था।
पुलिस जांच योगेश पर आकर रुकी
इधर, संजलि के शव के आगरा आने का इंतजार हो रहा था। उधर, दोपहर 12 बजे संजलि के ताऊ के बेटे योगेश (24) ने जहर खा लिया। परिजन उसे अस्पताल ले गए। जहां शाम को उसने दम तोड़ दिया। इससे पहले पुलिस उसको संजलि के पास दिल्ली भी ले गई थी। पुलिस को उस पर शक था। उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। फोरेंसिक टीम ने उसके घर में छानबीन की। छत पर पुड़िया में कीटनाशक दवा मिली। योगेश के परिजन चुप्पी साध गए हैं। आत्महत्या की वजह नहीं बता पा रहे। ग्रामीण बोल रहे हैं अब क्या बचा है।
आगरा के एसपी अमित पाठक ने बताया कि योगेश शक के घेरे में था। उसका मोबाइल जब्त कर पुलिस छानबीन कर रही थी। पुलिस की आठ टीमें पूरे मामले की छानबीन कर रही हैं। मामले का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा।