भोपाल. रोजगार वाले बयान को लेकर बिहार में दो जगह सीजेएम कोर्ट में कमलनाथ पर केस दर्ज कराया गया है। हाल ही में कमलनाथ ने कहा था कि यूपी-बिहार के लोगों की वजह से मध्यप्रदेश में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल पाता। इस पर बुधवार को उन्होंने सफाई दी कि सभी राज्यों में यही नीतियां हैं कि स्थानीय लोगों को रोजगार में वरीयता मिलना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या गुजरात में यह नीति नहीं है। मैंने कौन सी गलत बात की है।
कोई बाहरी नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का हृदय कहा जाता है। यहां पर कोई बाहरी नहीं है। सभी का स्वागत होना चाहिए।
बिहार-उत्तरप्रदेश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुजफ्फरपुर के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में कमलनाथ के बयान को लेकर शिकायत दर्ज कराई। हाशमी अब तक कई नेताओं के बयान को लेकर शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। याचिकाकर्ता ने बयान को देश की एकता के खिलाफ बताया। हालांकि कोर्ट ने मामले की सुनवाई की तारीख नहीं दी है। वहीं, पश्चिमी चंपारण जिले में वकील मुराद अली ने भी सीजेएम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। यहां सुनवाई 3 फरवरी को होगी।
संसद में भी उठा मुद्दा
कमलनाथ के बयान की भाजपा, राजद और जदयू आलोचना कर रहे हैं। यह मुद्दा संसद में भी उठा। राज्यसभा में भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठने वाले व्यक्ति द्वारा इस तरह के बयान दिया जाना राज्यों के लोगों में नफरत बढ़ाएगा। अक्टूबर में भी गुजरात में उत्तरप्रदेश-बिहार से आने वालों के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे।