वोट डालने का मौक़ा

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आगरा | आगरा में हजारों पुलिसकर्मियों को नहीं मिला वोट डालने का मौक़ा|शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस विभाग के हजारों कर्मी खुद मतदान से वंचित रह गए। आगरा में एपिक नंबर न होने और अन्य जरूरी दस्तावेज न होने के चलते पुलिसकर्मियों को पोस्टल बैलेट नहीं मिल पाए हैं । नोडल अधिकारी एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता के अनुसार निर्धारित प्रक्रिया के तहत जिनके पोस्टल बैलेट आये ,उन्हें दिए गए हैं। बता दें की उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तहत जनवरी माह में ही आगरा में पुलिसकर्मियों से एपिक नंबर (वोटर कार्ड नंबर )मांगे गए थे। सख्ती दिखाने के बाद भी अधिकांश पुलिसकर्मी नंबर उपलब्ध नहीं करा पाए थे। एसपी वेस्ट सत्यजीत गुप्ता के अनुसार पोस्टल बैलेट मंगाने की एक प्रक्रिया होती है। पुलिसकर्मियों का डाटा लिया जाता है और उनसे फ़ार्म 12 भरवाया जाता है ,इसके बाद उनके गृह जनपद के रिटर्निंग आफिसर को उनके एपिक नंबर, पीएनओ नंबर और अन्य दस्तावेजों के साथ जानकारी दी जाती है। इसके बाद रिटर्निंग आफिसर द्वारा पोस्टल बैलेट भेजे जाते हैं। मत देने के बाद उन्हें पैक कर वापस रिटर्निंग आफिसर को भेजा जाता है और गिनती के समय उन मतों को शामिल किया जाता है। आगरा में जिन कर्मियों ने अपने एपिक नंबर और अन्य जरूरी कागज दिए थे ,उन सबके पोस्टल वोट उन्हें दिए गए हैं और रिटर्निंग अफसरों से बात की जा रही है। कुछ पोस्टल पर पीएनओ नंबर नहीं अंकित था तो वो रिटर्निंग आफिसर को वापस भेजे गए हैं ,जो भी पोस्टल आ रहे हैं ,उन्हें तत्काल पुलिसकर्मियों को दिया जा रहा है। बता दें की एक थाने में दस से ज्यादा पुलिसकर्मियों को वोट देने का मौक़ा नहीं मिला है। पुलिसकर्मी इस बात से सख्त नाराज हैं। नाम न छापने की शर्त पर कई पुलिसकर्मियों ने बताया की चुनाव ड्यूटी के बाद सबको आस थी की उन्हें मतदान का मौक़ा मिलेगा पर ऐसा नहीं हुआ है। कुछ पुलिसकर्मी अधिकारियों पर जानबूझ कर ऐसा करने का भी आरोप लगा रहे हैं।