किडनैप….

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यमुनानगर –  यमुनानगर में मानव तस्करी कर देह व्यापार कराने का बड़ा मामला सामने आया है। यहां पर महाराष्ट्र से 8 साल पहले किडनैप कर लाई गई महिला ने पुलिस को शिकायत की है। जब उसे किडनैप किया गया, तब उसकी उम्र मात्र 13 साल थी। वहां से उसे पड़ोस की एक महिला मंदिर से किडनैप कर ले आई और नारायणगढ़ में यूनिता उर्फ सपना को 1 लाख रु. में बेच दिया। उसके बाद यूनिता ने उसे तीन जगह बेचा और 7 लोगों से दुष्कर्म कराया। महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के नाहन निवासी यूनिता उर्फ सपना, उसके बेटे विक्की, बेटी निक्की, फतेहाबाद के बनावली निवासी धर्मवीर, उसके भाई कृष्ण श्योराण, राकेश कुमार, मां कमला देवी, जय सिंह, फतेहाबाद निवासी सुनील उर्फ सोनू और महाराष्ट्र के चंद्रपुर निवासी जानवी के खिलाफ धारा-323, 328, 354, 365, 366ए, 367, 376डी, 370 और 4 पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज किया है। मैं जब 13 साल की थी तो घर के पास मंदिर गई थी। वहां पड़ोस की जानवी मिली। उसने मुझे नशीला पदार्थ दे दिया। मैं बेहोश हो गई। जानवी मुझे नारायणगढ़ के गांव गड़ी ले आई। यहां मुझे यूनिता उर्फ सपना को 1 लाख रु. में बेच दिया। सपना मुझे हिमाचल ले गई। इसके बाद करनाल ले जाकर मुझे 4 लोगों को सौंप दिया। चारों ने गैंगरेप किया। 2 दिन बाद मुझे सपना ने 42 साल के व्यक्ति को 1 लाख रु. में बेच दिया। 20 दिन बाद वह मुझे हिमाचल ले गई। इसके बाद सपना ने मुझे 20 हजार रु. में नारायणगढ़ के गांव गड़ी में किसी को बेच दिया। वहां मैं 7 दिन रही। इसके बाद सपना अपने बेटे व बेटी के साथ मुझे वहां से ले आई। फिर मुझे फतेहाबाद के गांव बनावली के धर्मवीर को 1.5 लाख रु. में बेचा गया। इसी बीच सपना को किसी केस में 7 साल की सजा हो गई। 7 साल तक मैं धर्मवीर के पास रही। वह मुझसे गलत काम करता रहा। उसकी मां भी मुझे पीटती थी। मुझसे कहती कि उसके 3 बेटे हैं, उनके साथ सोना होगा। उसे वंश का वारिस चाहिए। ये सरेआम कहते थे कि खरीदकर लाए हैं। धर्मवीर के दोस्त जय सिंह व सुनील उर्फ सोनू भी मुझसे छेड़छाड़ करते थे और संबंध बनाने के लिए कहते थे। जब मैं 6 माह की गर्भवती थी तो धर्मवीर के भाई कृष्ण ने मुझसे जबरदस्ती करनी चाही। मैंने फिनायल पीकर जान देनी चाही। मुझे बेटी हुई तो धर्मवीर की मां ताने देने लगी कि बेटा चाहिए था। मुझे पीटा गया। मैं फिर से गर्भवती हुई और बेटा हुआ। धर्मवीर ने अपने पड़ोसी तेजपाल को मेरे नाम पर ब्लैकमेल कर पैसे की मांग की। इस पर तेजपाल ने धर्मवीर व उसके परिवार पर केस करा दिया। इसी बीच मैं वहां से आकर जगाधरी रहने लग गई। ब्लैकमेल केस में मेरा भी नाम था। 29 अप्रैल 2019 की तारीख लगी थी। लेकिन मुझे गलत तारीख बता दी गई। मैं कोर्ट में नहीं जा पाई। कोर्ट ने वारंट जारी कर दिए। मैंने हाईकोर्ट से जमानत ली। अब मुझे धमकी दी जा रही है कि अगर फतेहाबाद कोर्ट में आई तो जान से मार दिया जाएगा। मेरे साथ ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाए।’