चंडीगढ़ – ट्राईसिटी में दो स्थानों पर लुटेरों ने पिस्टल की नोंक पर लूट की वारदात को अंजाम दिया। दोनों स्थानों पर लुटेरे रूपए,मोबाइल फोन और सामान लेकर भाग गए। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। एक घटना पंचकुला और दूसरी चंडीगढ़ के सेक्टर-63 में हुई है। पहली घटना में पंचकुला के सेक्टर-16 की मार्केट में गनपॉइंट पर लूट का मामला सामने आया है। दो लुटेरों ने यहां के एससीओ 252 में खुले मद्रास जनरल स्टोर के मालिक से ढाई लाख रुपए लूट लिए। साथ ही इनोवा गाड़ी की चाबी और मोबाइल ले गए। लुटेरों ने हेमंत और वर्कर शोरूम में बंद कर दिया था, धमकी दी कि शोर मचाया तो गोली मार देंगे। मद्रास जनरल स्टोर के मालिक हेमंत बंसल बीजेपी के सीनियर लीडर श्याम लाल बंसल के भतीजे हैं। सेक्टर-16 मार्केट के एससीओ नंबर 252 में मद्रास जनरल स्टोर है। शनिवार रात को वे दुकान पर थे। उनके साथ एक वर्कर मौजूद था। जब 10 बजे वे दुकान बंद कर जाने लगे तो लुटेरे आ गए।
हेमंत ने बताया कि दो लड़के उनके पास आ गए। दोनों ने सिर पर हेलमेट डाला था। एक लड़के कहा, चुपचाप ये कैश वाला बैग हमें दे दो, नहीं तो गोली मार देंगे। दोनों ने पिस्टल उन पर तान दी। गेट लगाते हुए बोले कि शोर मत करना, नहीं तो गोली मार देंगे। लूट के बाद दोनों फरार हो गए। हेमंत ने शोरूम के फ्रंट में जाकर अंदर से शटर खोला और बाहर आकर शोर मचाया। मौके पर पुलिस बुलाई। वारदात के बाद मौके पर पंचकूला के डीसीपी कमदीप गोयल, एसएचओ सेक्टर 14 नवीन कुमार, क्राइम ब्रांच सेक्टर 26 इंचार्ज पहुंचे। पास के शोरूम के सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवारों की कुछ फुटेज सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दूसरी घटना – चंडीगढ़ के सेक्टर-63 में एक फ्लैट में युवक युवती को गनपॉइंट पर बंधक बनाकर साढ़े तीन लाख रुपए लूट लिए गए। मामले में सेक्टर-49 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सभी आरोपी नकाबपोश थे और अब पुलिस एरिया में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस को एक फुटेज मिली है, इसमें आरोपी फ्लैट की तरफ आते हुए दिखाई दे रहे हैं। अनिल और उनकी मंगेतर जसप्रीत सेक्टर-63 स्थित एक फ्लैट में रहते हैं। अनिल की सेक्टर-44 में सनशाइन नाम से इमिग्रेशन कंपनी है। पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार देर रात की है जब अनिल और उनकी मंगेतर सोए हुए थे। उनके घर की बेल खराब थी। इसी दौरान एक उन्हें रात को एक बजे दरवाजा खटखटाने की आवाज आई। वे दरवाजे पर गए। अनिल ने सोचा कि कोई जानकार होगा, उन्होंने दरवाजा खोल दिया। जैसे ही दरवाजा खोला तो पाया कि चार नकाबपोश घर के बाहर खड़े थे। उनमें से एक के हाथ में पिस्टल थी। सभी ने मुंह ढके हुए थे। वे घर में घुस गए। अनिल और उनकी मंगेतर को गन पाॅइंट पर ले लिया और पैसे के बारे में पूछा। आरोपी उनके घर के अंदर अलमारी तक पहुंचे, जिसके बाद अंदर सारा सामान बिखेरा। आरोपियों को कुछ ज्वेलरी और साढ़े तीन लाख मिले। जिसे उन्होंने हासिल कर लिया। व अनिल उनकी मंगेतर के मोबाइल फोन और नकदी लेकर फरार हो गए। जांच में सामने आया है कि लुटेरे शराब के नशे में लग रहे थे। वह पंजाबी भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे।