प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मथुरा पहुंचने पर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यहां उन्होंने पं. दीनदयाल वृहद पशु आरोग्य मेला का शुभारंभ किया। मथुरा में पीएम मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत पूर्ण रूप से सक्षम है और हमने करके दिखाया भी है। उन्होंने कहा कि आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गई है, जो किसी सरहद से नहीं बंधी है। ये एक वैश्विक समस्या है, जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं।
1- हमें समाधान खोजने हैं कि हरे चारे की उचित व्यवस्था कैसे सुनिश्चित हो, उन्हें भी पोषक आहार कैसे मिले? प्लास्टिक की थैलियों का सस्ता और सुलभ विकल्प क्या हो सकता है? ऐसे अनेक विषयों का हल देने वाले स्टार्ट अप शुरू किए जा सकते हैं।
2- भारत के डेयरी सेक्टर को विस्तार देने के लिए हमें नई तकनीक की जरुरत है। ये इनोवेशन हमारे ग्रामीण समाज से भी आएं इसीलिए आज स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज की शुरुआत कर रहा हूं।
3- इस टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत 51 करोड़ गाय, भैंस, भेड़, बकरी और सूअरों को साल में 2 बार टीके लगाए जायेंगे। जिन पशुओं का टीकाकरण पूर्ण हो जायेगा, उन्हें पशु आधार देकर उनके कानों में टैग लगाया जायेगा।
4- पशुधन को लेकर सरकार कितनी गंभीर है कि सरकार के 100 दिनों में जो बड़े फैसले लिए गए, उनमें से एक पशुओं के टीकाकरण से जुड़ा है। इस अभियान को विस्तार देते हुए राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम और कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।
5- इसी नई एप्रोच का परिणाम है कि 5 साल के दौरान दूध उत्पादन में करीब 7% की वृद्धि हुई है। किसानों, पशुपालकों की आय में करीब 13% की वृद्धि दर्ज की गई है
6- पशुधन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य से लेकर डेयरी प्रोडक्ट्स की वैरायटी को विस्तार देने के लिए जो भी जरूरी कदम थे, वो उठाए गए हैं। दुधारु पशुओं की गुणवत्ता के लिए पहले राष्ट्रीय गोकुल मिशन शुरु किया गया और इस वर्ष देश पशुओं की उचित देखरेख के लिए कामधेनु आयोग बनाने का निर्णय हुआ।
7- किसानों की आय बढ़ाने में पशुपालन और दूसरे व्यवसायों की भी बहुत बड़ी भूमिका है। पशुपालन हो, मछली पालन हो या मधुमक्खी पालन, इन पर किया गया निवेश ज्यादा कमाई कराता है। इसके लिए बीते 5 वर्षों में कृषि से जुड़े दूसरे विकल्पों पर हम एक नई Approach के साथ आगे बढ़े हैं।
8- पर्यावरण और स्वास्थ्य से जुड़ा एक विषय है जल संकट। जल संकट का उपाय है- जल जीवन मिशन। इस मिशन के तहत जल संरक्षण और हर घर जल पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है। इसका बहुत बड़ा लाभ गांवों में रहने वालों को, किसानों को मिलेगा। इससे माताओं-बहनों को सुविधा मिलेगी।
9- स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के साथ ही कुछ परिवर्तन हमें अपनी आदतों में भी करने होंगे। हमें ये तय करना है कि हम जब भी बाजार में कुछ भी खरीददारी करने जाए, तो साथ में कपड़े या जूट का झोला जरूर ले जाएं। पैकिंग के लिए दुकानदार प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें
10- मैं देश भर के गांव-गांव में काम कर रहे हर सेल्फ हेल्प ग्रुप से, सामाजिक संगठनों से, युवा मंडलों से, महिला मंडलों से, क्लबों से, स्कूलों और कॉलेजों से, सरकारी और निजी संस्थानों से, हर व्यक्ति हर संगठन से इस अभियान से जुड़ने का आग्रह करता हूं।