मुंबई- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार अपनी ताकत गलत इस्तेमाल कर रही है। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले उन नेताओं पर दबाव बनाया जा रहा है जो भाजपा में शामिल होने के इच्छुक नहीं हैं। यह सिर्फ महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि देश में हर जगह हो रहा है।
पवार ने कहा, ‘जिन लोगों के हाथ में सत्ता है, वह हमारे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने उनमें से कुछ लोगों से बात की। पता चला कि सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल कर रही है। यह ठीक वैसे ही हो रहा है, जैसे कोल्हापुर में हसन मुश्रीफ के यहां हुआ। उन लोगों को पार्टी में शामिल होने के लिए कहा गया था। जब उन्होंने इसके लिए मना कर किया तो यह कार्रवाई की गई।’
‘पहले भी इस प्रकार की कार्रवाई देखी है’
पवार ने कहा, ‘हमनें पहले भी इस प्रकार की कार्रवाई देखी है और हम जानते हैं कि अपनी पार्टी को दोबारा कैसे बनाया जाता है। आज युवा लड़ाई के लिए आगे आ रहे हैं और हम ऐसा माहौल बना रहे हैं जिससे कि उन्हें और मौके मिल सकें। हम अपनी पार्टी को परिवार की तरह ही चलाते हैं। अगर कुछ लोगों का अलग पक्ष है, तो वह भी सही ही है।’
240 सीटों पर समझौता : शरद पवार ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस के बीच राज्य की 240 विधानसभा सीट पर समझौता हो गया। बाकी सीटों के लिए अन्य दलों से बातचीत कर रहे हैं। उम्मीद है कि 8 से 10 दिनों में सभी सीटें तय कर ली जाएगी। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं।
हसन के ठिकानों पर आईटी की रेड के बाद सियासत गरमाई : राकांपा विधायक हसन मुश्रीफ के ठिकानों पर 25 जुलाई को आयकर विभाग ने छापा मारा था। आयकर टीम ने विधायक के घर और शुगर मिल पर छापेमारी की थी। वहीं, दूसरी तरफ मुंबई राकांपा के प्रमुख रह चुके सचिन अहीर ने पार्टी छोड़ शिवसेना में शामिल हो गए थे। इसके अलावा राकांपा की महिला विंग की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने भी पद और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।