युवक पर पुलिस और सीआरपीएफ नजर

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अंबिकापुर/बलरामपुर –  छत्तीसगढ़ व झारखंड की सरहद पर स्थित बूढ़ा पहाड़ में नक्सलियों के लिए दवाइयां और दूसरे जरूरी सामान लेकर बाइक से जा रहे एक युवक को पुलिस ने सीआरपीएफ जवानों के साथ मिलकर पकड़ा है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारी व जवान एक सप्ताह से नजर रखे हुए थे। वहीं तीन रास्तों पर पुलिस के जवान आरोपी युवक को पकड़ने के लिए तैनात थे लेकिन उसे बंदरचुआं कैंप रास्ते में पकड़ लिया। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि सामरी थाना प्रभारी राजेश खलखो को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नक्सलियों के लिए राशन सहित दूसरे समान लेने के लिए एक आदमी को नक्सलियों ने भेजा है।
इस पर पुलिस नजर रख रही थी। जवानों ने सामने से बाइक पर एक युवक को आते देखा और जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसने भागने का प्रयास किया। उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। उसके पास से कई तरह के टैबलेट व कैप्सूल बरामद किए गए। इसके साथ ही अंडरवियर, छाते, शर्ट व अन्य सामान मिले हैं। उसने पुलिस को बताया कि सारा सामान वह बूढ़ा पहाड़ में मौजूद नक्सली कमांडर अमन के दस्ते के लिए लेकर जा रहा था। इस कार्रवाई में सीआरपीएफ के 62 बटालियन जी कंपनी के एसपी ओम सिंह और जवानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
नक्सली ने सामान खरीदने दिए थे 10 हजार : एसडीओपी रितेश चौधरी ने बताया कि आरोपी लाल जी खैरवार ने पूछताछ में बताया है कि उसने किसी एक दुकान से दवाइयां नहीं खरीदी है। उसने बलरामपुर, राजपुर व कुसमी के दवाई दुकानों से दवाई खरीदीं। इसके लिए नक्सली कमांडर अमन जी ने उसे 22 जुलाई को दस हजार रुपए नगद के साथ दवाइयां व अन्य सामानों का लिस्ट दिया था।
तीन नक्सलियों का सरेंडर, एक को भेजा जेल : सुकमा | जिले के तोंगपाल थाना क्षेत्र के किकिरपाल निवासी गजेंद्र बघेल, पुरन बघेल एवं सुभाष ने बुधवार को तोंगपाल एसडीओपी शोभराज अग्रवाल एवं प्रतीक चतुर्वेदी के सामने सरेंडर कर दिया। बताया गया कि तोंगपाल थाने में दर्ज एक नक्सली वारदात में तीनों के खिलाफ स्थानीय न्यायालय द्वारा स्थायी वारंट जारी किया हुआ था। अफसरों ने आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की राहत व पुनर्वास योजना का लाभ देने की बात कही।
खल्लारी में नक्सलियों ने फेंके पर्चें, पहली बार नाम लिखकर जनअदालत में मारने की धमकी : 21 जुलाई से नक्सली शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। इसी दौरान मंगलवार को खल्लारी थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर, वनकर्मी सहित 10 लोगों को जनअदालत में मारने की धमकी दी है। इन पर्चों में सीतानदी एरिया कमेटी का नाम है। माना जा रहा है कि नक्सली आम लोगों में खौफ पैदा करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक दबाव बढ़ रहा है इस कारण नक्सली परेशान हैं। नक्सलियों ने खल्लारी से ओडिशा के कुंदई, संबलपुर तक पर्चे चिपकाए हैं।
फोर्स को यह पर्चा खल्लारी थाना क्षेत्र की सड़कों और पेड़ों पर चिपके मिले हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक सीतानदी एरिया कमेटी की सचिव सीमा सहित 5 इनामी नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं। इसके बाद गगन्ना उर्फ डोकरा की गिरफ्तारी से जिले में नक्सलियों के पांव उखड़ गए हैं। अब वह क्षेत्र में दहशत फैलाने के लिए पर्चे फेंकने सहित अन्य तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। पर्चों में उन लोगों के नाम के साथ नक्सलियों द्वारा लगाए गए आरोप भी लिखे हैं। पर्चों के मुताबिक जंगल सुरक्षा के नाम से पैसा खाने वाले, पुलिस मुखबिरी करने वाले, गरीबों की कमाई फसल की हिस्सा ठीक से नहीं देने वाले को जनअदालत में मौत की सजा देने का एेलान किया है। नक्सलियों ने अंग्रेजी शराब दुकानें बंद करने, फारेस्ट गार्ड, रेंजर को जंगल की सुरक्षा ढंग से नहीं करने पर सजा देने की भी बात कही है।

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