अमृतसर – अमृतसर का दूसरी क्लास में पढ़ने वाला नैतिक सरपाल आए दिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। स्केटिंग, फैंसी ड्रेस और डांस वगैरह में वह 20 से ज्यादा गोल्ड मेडल जीत चुका है। रूपहले पर्दे पर भी आ चुका है। आज फादर्स डे के मौके पर दैनिक भास्कर प्लस आपको बता रहा है किस तरह एक ट्रांसपोर्टर पिता ने अपने कारोबार के साथ-साथ परिवार के लिए वक्त निकाला। बेटे के सपनों को पर लगाने के लिए उसे भरपूर सहयोग दिया। आज उसी का नतीजा है कि लोग नैतिक के परिवार को उसी के नाम से जानते हैं।
अमृतसर के रानी का बाग के रहने वाले विशाल सरपाल के बेटे नैतिक की उम्र महज 7 साल है। विशाल के बड़े भाई रवि यूएसए में सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं, वहीं यहां वह (विशाल) अपने माता-पिता, पत्नी और बेटे के साथ रहते हैं। उनका अमृतसर में ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। लगभग 8 साल पहले विशाल और पायल की शादी हुई थी, जिसके बाद नैतिक उनका इकलौता बेटा है। विशाल ने बताया कि वह दिनभर कारोबार में व्यस्त रहते हैं। हालांकि घर और बेटे को उनकी पत्नी पायल ही संभालती हैं, लेकिन वह अपने परिवार के लिए थोड़ा-बहुत वक्त जरूर निकाल लेते हैं। निकालना भी चाहिए। परिवार से बढ़कर कुछ भी नहीं है। हम बच्चों को वक्त दे पाएंगे, तभी तो बच्चे हमारी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। विशाल की पत्नी पायल बताती हैं कि नैतिक 4 साल का था, जब उसे स्केटिंग में डाला था। उसके बाद स्केटिंग में शिमला खेलने गया और गोल्ड मेडल जीतकर परिजनों का नाम रोशन किया। फिर तो एक के बाद एक लगातार नैतिक नई-नई गेम में कीर्तिमान स्थापित करता गया और आज स्केटिंग, स्विमिंग, डांस, एक्टिंग, मॉडलिंग, फैंसी ड्रेस वगैरह में 20 से ज्यादा गोल्ड मेडल हैं उसके पास। पंजाबी फिल्म मास्टर जी, पंजाब 1936 के अलावा हद हो गई गोविंदा नामक कॉमेडी शो में आ चुका है, वहीं पांच सॉन्ग भी सोशल प्लेटफॉर्म पर छाए हुए हैं। इतना ही नहीं, वह मिस्टर जूनियर पंजाब 2018 का सेमिफाइनलिस्ट भी रहा है।
पायल का कहना है कि उन्हें खुशी होती है, जब बीच बाजार में उन्हें नैतिक के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका बेटा एक दिन उनका नाम रोशन करेगा, लेकिन नैतिक ने बहुत जल्द उनकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा कर दिखाया। वह घर पर होता है तो गली में भी स्केटिंग करता रहता है।
उधर एक तरफ नैतिक का कहना है कि जब गोल्ड मेडल जीतता हूं तो मुझे काफी खुशी होती है। मैं एक कामयाब एक्टर बनना चाहता हूं, वहीं उसके स्कूल टीचर रमन खुल्लर की मानें तो उन्हें भी नैतिक पर बहुत मान है कि नैतिक दिन दुगनी-रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। उनका कहना है कि वह हमेशा नैतिक की मदद करते रहेंगे, जिससे वह आगे बढ़ सके।
फादर्स डे पर एक खास संदेश
फादर्स डे पर एक विशेष संदेश के रूप में नैतिक के पिता विशाल का कहना है कि घर चलाने के लिए आदमी को नौकरी हो या खुद का कारोबार उसे वक्त देना बेहद जरूरी हो जाता है, पर परिवार से, खासकर औलाद से बढ़कर कुछ नहीं होता। मुझे गर्व है मेरे बेटे पर, आज हमें अपने नाम से कम, बल्कि उसी के नाम से ज्यादा जानते हैं। मैं आज दुनिया के तमाम पिताओं को यह संदेश देना चाहता हूं कि आप अपने काम के साथ-साथ बच्चों के लिए वक्त जरूर निकालें।