रायसेन- भले ही कमलनाथ सरकार प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं होने के तमाम दावे करे, लेकिन लोग परेशान हैं। प्रदेश में बिजली व्यवस्था के कैसे हालात हैं इसका प्रत्यक्ष प्रमाण स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी को अपने ही विधानसभा क्षेत्र में देखना पड़ा। जैसे ही मंत्री चौधरी सर्किट हाउस पहुंचे वहां लाइट चली गई और मंत्री भरी गर्मी में बैठे रहे और अंधेरे में ही लोगों के दिए कागजात देखते रहे।
दरअसल, शहर में बुधवार को स्कूल शिक्षा मंत्री अपने प्रवास के दौरान सर्किट हाउस पहुंचे। वहां वे एक कक्ष में जाकर बैठ गए। उनसे मिलने के लिए लोग भी वहां पहुंचने लगे। ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोग अपने आवेदन देकर डॉ चौधरी को समस्याएं सुनाने लगे। इसी दौरान सर्किट हाउस की बिजली गुल हो गई। इससे कमरे में अंधेरा छा गया। करीब 20 मिनट तक मंत्री अंधेरे में बैठे रहे। खिड़की की माध्यम रोशनी में मंत्री चौधरी आवेदन पड़ने का प्रयास करने लगे। इस दौरान लोगों ने जनरेटर तलाशने की कोशिश की। लेकिन सर्किट हाउस में इस तरह की कोई सुविधा नहीं थी। बिजली गुल होने से लोग परेशान होने लगे। इस दौरान मंत्री डॉ चौधरी के साथ कांग्रेस नेता ब्रजेश चतुर्वेदी, मनोज अग्रवाल, लोहट सहित अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद थे।
जनपद अध्यक्ष मुनियन भी मिले : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए सांची जनपद अध्यक्ष एस मुनियन भी इस दौरान डॉ चौधरी से मिलने पहुंचे। उन्होंने ने भी क्षेत्र से संबंधित चर्चा स्कूल शिक्षा मंत्री से की।