मुंबई की लोकल ट्रेन। देश की आर्थिक राजधानी में गिरते फुट ओवर ब्रिज चुनावी मुद्दा हैं। यहां 2 सीटों पर एनडीए और 2 पर यूपीए मजबूत है। मुंबई की 6 लोकसभा सीटों में से दक्षिणी मुंबई सबसे हॉट सीट है। यहां कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा मैदान में हैं। उनकी टक्कर है शिवसेना के मौजूदा सांसद अरविंद सावंत से। इस बार देवड़ा मजबूत दिख रहे हैं। मनसे इस बार कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन में मैदान से बाहर है। छह विधानसभा सीटों में से भाजपा-शिवसेना के पास दो-दो सीटें हैं। कांग्रेस और एआईएमआईएम के पास एक-एक।

आर्थिक शहर की धड़कन। यहीं मिले उत्तर-पूर्व मुंबई के वोटर, स्वदेशी कपड़ा मार्केट के संतोष जैन और ज्वैलरी के लिए मशहूर एमजे मार्केट के निरंजन जैन। मुद्दों की बात छिड़ी तो दोनों बाेले- जीएसटी का गुस्सा कम नहीं हुआ है। दो साल से कारोबार मंदा है। सूरत के व्यापारी डरकर भाजपा का साथ दे रहे हैं। मुंबई डरने वाली नहीं है। जीएसटी का चुनाव में जमीनी सच समझने के लिए मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष सेलर से बात की तो वे बोले- जीएसटी में इतने बदलाव हो चुके हैं। नाराज़गी जैसा अब कुछ बचा ही नहीं है। हालांकि सेलर का दावा कितना सही है, 23 मई को पता चल जाएगा।
मुंबई उत्तर पूर्व से भाजपा ने किरीट सौमय्या का टिकट काटकर पार्षद मनोज कोटक काे उतारा है। मुकाबले में एनसीपी से संजय पाटिल हैं। यह सीट एनसीपी के पक्ष में जा सकती है। पाटिल मराठी हैं,…शिवसैनिक और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ता भी उनके साथ दिखते हैं। मुंबई में यह अकेली सीट है, जहां एनसीपी लड़ रही है। उत्तर मुंबई में कांग्रेस ने उर्मिला मातोंडकर का उतारा है। उनके सामने हैं- भाजपा के मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी। शेट्टी ने पिछली बार कांग्रेस के संजय निरुपम को हराया था। इस बार भी शेट्टी मजबूत हैं। मुंबई की उत्तर-पश्चिम सीट पर संजय निरुपम मैदान में हैं। उनका मुकाबला शिवसेना के मौजूदा सांसद गजानन कीर्तिकार से है। यह कांग्रेस के दिग्गज गुरदास कामत की सीट रही है। िनरुपम को भरोसा है कि उत्तर भारतीय व अल्पसंख्यक वोट उन्हें मिलेंगे। वे कहते हैं कि रोजगार के साथ भ्रष्टाचार मुंबई का बड़ा मुद्दा है। कहते हैं- आए दिन रेल ओवरफुट ब्रिज गिर रहे हैं। कीर्तिकार के पास मराठी, गुजराती व मारवाड़ी वोट बैंक है। मुकाबला कड़ा है।
उत्तर-मध्य सीट पर कांटे की टक्कर है। भाजपा की पूनम महाजन और कांग्रेस की प्रिया दत्त के बीच में। उत्तर-पश्चिम से सांसद रह चुकी प्रिया दत्त चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें राजी कर ही लिया। पूनम महाजन मारवाड़ी वोट बैंक और भाजपा-शिवसेना गठबंधन होने से पांच विधानसभाओं में मजबूत स्थिति में है। प्रियादत्त मुस्लिम व ईसाई वोट ज्यादा होने के कारण कड़ी टक्कर दे रही है। दक्षिण-मध्य सीट पर शिवसेना ने मौजूदा सांसद राहुल शेवाले पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़ को उतारा है। यहां शिवसेना के 3 और भाजपा का 1 विधायक है जबकि कांग्रेस 2 जगहों से जीती हुई है।
पालघर में कांग्रेस-एनसीपी…बीवीए का समर्थन कर रही है। यहां शिवसेना से राजेंद्र गावित मैदान में हैं। हालांकि, यह सीट बीवीए के पास जा सकती है। सीट की 3 विधानसभा सीटों पर उसी के विधायक हैं। वहीं ठाणे में शिवसेना के मौजूदा सांसद राजन विचारे और एनसीपी के आनंद परांजपे में मुकाबला है। एंटी इनकमबेंसी के चलते एनसीपी सीट ले सकती है। कल्याण में मुस्लिम वोट निर्णायक हैं, ऐसे में एनसीपी के बलराम शिवसेना के श्रीकांत पर भारी पड़ सकते हैं। भिवंडी की सभी छह विधानसभा सीटें कांग्रेस-एनसीपी के पास है। ऐसे में वो भारी पड़ सकती है।
असरदार क्या रहेगा?
मुद्दे: मुंबई में गिरते फुटओवर ब्रिज चुनावी मुद्दा बनते दिख रहे हैं। कांग्रेस इन्हें जोर-शोर से उठा रही है। पिछले तीन सालों में तीन पुल गिर चुके हैं।
गठबंधन: भाजपा-शिवसेना ने विधानसभा चुनाव का झगड़ा खत्म कर हाथ मिलाया है। कांग्रेस ने एनसीपी से परंपरागत गठबंधन दोहराया है। कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन में राज ठाकरे की मनसे मैदान से बाहर है। कांग्रेस ने पालघर की सीट क्षेत्रीय दल के समर्थन में भी छोड़ी है।
2014 की स्थिति: इन सभी दस सीटों पर भाजपा-शिवसेना गठबंधन जीता था।
लोकसभा में मनसे का वोट
2014 1.47%
2009 4.07
मनसे विधानसभा चुनाव 2009 में 5.7% वोट ले गई थी।