हमारे घर में मौजूद मसाले या आमतौर से इस्तेमाल होने वाली चीजे कई गंभीर बीमारियों को भी दूर करने में मददगार होते हैं। तुलसी और एलोवेरा जैसे पौधे भी काफी गुणकारी होते और इनमें कई गंभीर बीमारियों को दूर करने की ताकत होती है। इन्हीं घरेलू नुस्खों के बारे में योग गुरु बाबा रामदेव यहां नीचे दिए video लिंक में बता रहे हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में
शरीर में बनने वाली गांठ या लंप्स काफी खतरनाक होते हैं, क्योंकि यह कई बार कैंसर का कारण भी बन जाते हैं। ब्रेस्ट में गांठ, ओवरी, यूटरस में गांठ कैंसर वाली भी हो सकती है। शरी में बनने वाली गांठों को दूर करने के लिए सुबह खाली पेट दो ग्राम हल्दी का सेवन अच्छा रहेगा।
वात रोगों के लिए हल्दी, मेथी, सोंठ का पाउडर, का सेवन करना चाहिए। यह आर्थराइटिस के दर्द में भी राहत पहुंचाता है। यह नुस्खा अगर गर्मी कर रहा है, तो इसमें एलोवेरा का जूस मिला दें। इससे एसिडिटी, गर्मी और जोड़ों का दर्द तीनों ठीक हो जाता है।
गिलोए जोड़ों का पुराना और तीखा दर्द भी खत्म कर देता है। इसके सेवन से सर्दी, जुकाम, कफ, बुखार, इनफेक्शन दूर होता है और इम्युनिटी भी बढ़ाती है। गिलोय मोटापा और शुगर को कंट्रोल करता है व प्लेटलेट्स बढ़ाने में भी मददगार है।
Baba Ramdev Yoga Tips : रोजाना 5 मिनट इस प्राणायाम का अभ्यास घटाएगा मोटापा, देखें Video
आंवला के जूस में एलोवेरा का जूस मिलाकर सुबह गर्म पानी में लेने से पेट साफ होता है, एनर्जी मिलती है, बाल और आंखें भी अच्छे हो जाते हैं।
सिर दर्द के लिए देसी घी में बनी हुई 3 से 5 जलेबी एक ग्लास दूध के साथ लेना फायदेमंद होता है। गाय के दूध के साथ 1 चम्मच बादाम रोगन लेने से भी सिर दर्द में फायदा मिलता है। माइग्रेन के दर्द में भी आराम मिलता है। बादाम रोगन का तेल नाक में भी डाल सकते हैं।
एलोवेरा का जूस एसिडिटी, मेनोपॉज में होने वाली कई तरह की दिक्कतें खत्म हो जाती है।
शीशम, नीम और तुलसी के पत्ते सुबह खाली पेट खाना काफी फायदेमंद होता है। इससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है, खून साफ होता है और कई गंभीर बीमारियां कोसों दूर रहती हैं। नीम के पत्ते खाने से शरीर में होने वाली खुजली में भी राहत मिलती है। खीरा, करेला टमाटर का जूस, और गिलोय के पत्ते खाने से डायबिटीज कंट्रोल होगी।
जुकाम, नजला 100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम काली मिर्च और 50 ग्राम खांड एक चम्मच राम को गरम दूध के साथ लेना काफी फायदेमंद होता है।