उनके निवेश पर न्यूनतम रिटर्न की गारंटी मिल सकती है। पेंशन कोष नियामक पीएफआरडीए (PFRDA) एनपीएस से जुड़े निवेशकों के लिए न्यूनतम रिटर्न योजना पर काम कर रहा है।
पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के एक दस्तावेज के अनुसार, नियामक ग्राहकों के लिए न्यूनतम रिटर्न की गारंटी योजना को विकसित करने तथा इसका डिजाइन तैयार करने पर काम कर रहा है। नियामक ने बीमा कंपनियों से न्यूनतम रिटर्न योजना डिजाइन करने, विकसित करने और रिटर्न की राशि सुझाने के लिए निविदाएं मंगाई हैं। नियामक ने कहा है कि कम से कम पांच साल पुराना सरकारी संगठन, सरकारी उपक्रम, भागीदारी कंपनी, तय देनदारी वाली भागीदारी या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आवेदन कर सकती हैं।
2.91 लाख करोड़ का फंड इसके तहत
एनपीएस सेवानिवृत्ति के लिये योगदान के जरिये बचत करने की योजना है। यह जनवरी के अंत तक 2.91 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का प्रबंधन कर रहा था और इससे जुड़े लोगों की संख्या 1.21 करोड़ है।
रिटर्न के प्रारूप पर काम शुरू
पीएफआरडी के दस्तावेज के मुताबिक, नियामक अंशधारकों को रिटर्न के प्रारूप पर काम कर रहा है। इसके तहत एक तय रिटर्न की गारंटी या सेक्टर या बेंचमार्क अधारित रिटर्न गारंटी मिल सकता है। हालांकि, इस पर फैसला निविदा में शामिल कंपनियों द्वारा उपयुक्त प्रस्तावों की सिफारिश के बाद ही होगा। इस योजना की प्रस्तावित संरचना में ग्राहकों के लिए एग्जिट लोड या न्यूनतम रिटर्न की गारंटी योजना (यदि आवश्यक हो) और गारंटी के साथ जुर्माना की सिफारिश भी शामिल होगी।