प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को चुनावी महाभारत से पहले महाभारत की धरती धर्मनगरी कुुरुक्षेत्र से भाजपा के कृष्ण बनेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में हर साल औसतन तीन बार हरियाणा आ चुके प्रधानमंत्री मोदी का इस बार का दौरा बेहद खास होगा। देश भर की महिलाओं को स्वच्छता का संदेश देने के लिए मोदी मंगलवार को धर्मनगरी कुरुक्षेत्र आ रहे हैं। महाभारत की धरती और गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र से मोदी एक ऐसी लड़ाई का आगाज करेंगे, जो भाजपा के मिशन 2019 को फतेह करने की तैयारियों से जुड़ी है।
2019 की इस चुनावी जंग में एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी होगी तो दूसरी तरफ कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल हैं। केंद्र में दोबारा सरकार बनाने के लिए मोदी और शाह की जोड़ी को एक-एक सीट की दरकार है। हरियाणा से10 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से सात पर भाजपा और तीन पर विपक्ष का कब्जा है। प्रदेश की आठ लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां भाजपा को इस बार किसी न किसी कारण से प्रत्याशियों में बदलाव करना पड़ रहा है।
पीएम मोदी ने मिशन 2019 का आगाज करने के लिए उत्तर हरियाणा की धरती को खास मकसद से चुना है। जीटी रोड बेल्ट से लेकर उत्तर हरियाणा के यमुनानगर जिले तक चार लोकसभा सीटों कुरुक्षेत्र, अंबाला, करनाल और सोनीपत पर भाजपा का कब्जा है। इन चारों लोकसभा सीटों के दायरे में आने वाली करीब 24 विधानसभा सीटों पर जीत की बदौलत ही भाजपा हरियाणा में अपनी सरकार बनाने में कामयाब हो सकी। मोदी कुरुक्षेत्र में चुनावी रणभेरी बजाकर जहां उत्तर हरियाणा खासकर जीटी रोड बेल्ट को अपनेपन का संदेश देंगे, वहीं जाटलैंड समेत राज्य के बाकी हिस्सों में भी चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे।
भाजपा के एजेंडे पर इस बार महिलाएं और युवा मतदाता खास अहमियत रखते हैं। देशभर की करीब 15 हजार और हरियाणा की साढ़े सात हजार महिलाओं को संबोधित करेंगे। इस तरह से मोदी घर-घर में प्रवेश करने की रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं। उत्तर हरियाणा भाजपा के लिए बेहद उपजाऊ माना जाता है। यहां से मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अलावा कैबिनेट मंत्री अनिल विज, नायब सैनी, कर्ण देव कांबोज और विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर सरकार में अहम ओहदों पर काम कर रहे हैं।
विधानसभा में भाजपा के सचेतक ज्ञान चंद गुप्ता भी उत्तर हरियाणा से हैं। लिहाजा भाजपा यहां न केवल अपने गढ़ को मजबूत करने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है, बल्कि कुरुक्षेत्र के बागी सांसद राजकुमार सैनी को भी आइना दिखाने की कोशिश में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी कुरुक्षेत्र में आयोजित स्वच्छ शक्ति 2019 अभियान के तहत अपने मंत्रियों व कार्यकर्ताओं को मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ पार्टी के लिए चुनावी जमीन को मजबूत करने का काम करेंगे। भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी के नेतृत्व वाली लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी उत्तरी हरियाणा में अपनी पकड़ मजबूत होने का दम भरती है।
ऐसे में भाजपा ने बेहद रणनीतिक फैसला कर मोदी का कार्यक्रम कुरूक्षेत्र में रखा है। भाजपा अब सैनी से पूरी तरह नाता तोड़ चुकी है। राजकुमार सैनी इस कार्यक्रम में मोदी के मंच पर दिखाई नहीं देंगे। मोदी यहां से सात बड़ी परियोजनाओं का श्रीगणेश कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हरियाणा से राजनीतिक युद्ध की शुरूआत शुभ रही है। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने जब उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, तब मोदी ने सबसे पहली रैली दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी में की थी। अब अटकलों के अनुरूप मार्च माह के पहले सप्ताह में चुनाव की घोषणा होने जा रही है तो ऐसे में मोदी फिर से हरियाणा के माध्यम से अपनी चुनावी जनसभाओं को शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कुरुक्षेत्र की धरती को चुना है।
प्रधानमंत्री मोदी कुरुक्षेत्र में आयोजित स्वच्छ शक्ति 2019 अभियान के तहत अपने मंत्रियों व कार्यकर्ताओं को मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ पार्टी के लिए चुनावी जमीन को मजबूत करने का काम करेंगे। भाजपा के बागी सांसद राजकुमार सैनी के नेतृत्व वाली लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी उत्तरी हरियाणा में अपनी पकड़ मजबूत होने का दम भरती है। ऐसे में भाजपा ने बेहद रणनीतिक फैसला कर मोदी का कार्यक्रम कुरुक्षेत्र में रखा है। भाजपा अब सैनी से पूरी तरह नाता तोड़ चुकी है। सैनी मोदी के मंच पर दिखाई नहीं देंगे। मोदी यहां से सात बड़ी परियोजनाओं का श्रीगणेश कर सकते हैं।
मोदी के लिए सकारात्मक रहा हरियाणा से आगाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हरियाणा से राजनीतिक युद्ध की शुरुआत शुभ रही है। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने जब उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, तब मोदी ने सबसे पहली रैली दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी में की थी। अब अटकलों के अनुरूप मार्च माह के पहले सप्ताह में चुनाव की घोषणा होने जा रही है तो ऐसे में मोदी फिर से हरियाणा के माध्यम से अपनी चुनावी जनसभाओं को शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कुरुक्षेत्र की धरती को चुना है।