केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) आज अंतरिम बजट पेश करने वाले हैं। मोदी सरकार पांच बजट पेश करने के बाद अब अंतरिम बजट पेश करने जा रही है। चुनावी साल होने के चलते उनके बजट से हर वर्ग उम्मीद लगाए बैठा है।
क्या है अंतरिम बजट: अंतरिम बजट को वोट ऑन अकाउंट कहा जाता है। सअंतरिम बजट को वोट ऑन अकाउंट कहा जाता है। इसे लेखानुदान मांग और मिनी बजट कहा जाता है। वोट ऑन अकाउंट के जरिए सीमित अवधि के लिए सरकार के जरूरी खर्च को मंजूरी मिलती है। जिस साल लोकसभा चुनाव होता है, उस साल सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करती है।
प्रमुख अंतरिम बजट
– 1948 में देश का पहला अंतरिम बजट आरके षणमुखम चेट्टी ने पेश किया।
– 1951 का अंतरिम बजट सीडी देशमुख ने पेश किया। देशमुख आरबीआई के गवर्नर भी थे।
– 1962 में मोरारजी देसाई ने अंतरिम बजट पेश किया
– 1967 में एक बार फिर मोरारजी देसाई ने अंतरिम बजट पेश किया।
– 1998 में यशवंत सिन्हा ने अंतरिम बजट पेश किया।
– 2009 में प्रणब मुखर्जी ने अंतरिम बजट पेश किया।