पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया है। वह 88 वर्ष के थे। फर्नांडिस लंबे समय से बीमार चल रहे थे, वो अल्जाइमर नाम की बीमारी से परेशान थे। यह भी बताया जा रहा है कि उन्हें स्वाइन फ्लू भी था। काफी लंबे समय से वो सार्वजनिक जीवन से दूर थे। अल्जाइमर डिमेंशिया का ही एक रूप है, जिसका असर याददाश्त पर होता है। यह एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी है, जो मस्तिष्क कोशिकाओं के लगातार नुकसान के कारण होती है।
क्या है अल्जाइमर: डॉक्टरों के अनुसार उन्हें अल्जाइमर की बीमारी थी। यह एक मानसिक विकार है, जिसमें मरीज की याद्दाश्त कमजोर हो जाती है। इसका सीध असर दिमाग के कार्यों पर पड़ता है। आमतौर पर यह मध्यम उम्र या वृद्धावस्था में दिमाग के टिशू को नुकसान पहुंचने के कारण होता है। यह एक प्रकारकी डीमेंशिया बीमारी का ही एक प्रकार है, जिसका असर व्यक्ति की याद्दाश्त, सोचने की क्षमता, रोजमर्रा की गतिविधियों पर पड़ता है।
इसकी शुरुआत अक्सर 65 वर्ष की उम्र के बाद ही होती है। अल्जाइमर रोग दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट करता है। आपको बता दें कि दुनिया भर में करीब 4.68 करोड़ लोग डिमेंशिया से पीड़ित है। इस बीमारी से बचने के लिए तनाव से दूर रहने के अलावा नियमित तौर पर शारीरिक व मानसिक व्यायाम करना चाहिए। स्वस्थ आहार के साथ शराब व धूम्रपान से भी दूर रहकर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
स्वाइन फ्लू : थोड़ी सी लापरवाही बन सकती है खतरनाक, सही इलाज में ना करे
क्या है स्वाइन फ्लू: शुरुआत में स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, सर्दी, गले में खराश, शरीर के विभिन्न अंगों एवं मांसपेशियों में दर्द के साथ थकान की शिकायत रहती है। 50 से 60 फीसदी लोगों में शुरूआती स्तर पर यही लक्षण दिखाई देते हैं, जिनके पता लगते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। स्वाइन फ्लू में रक्त में एच1एन1 वायरस की पुष्टि के अलावा रोगी के गले व नाक के द्रव्यों का भी टेस्ट किया जाता है।