एक ओर केन्द्र से लेकर प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी ओर टोल फ्री नंबर पर फ ोन करने के बाद मौके पर एम्बुलेंस नहीं पहुंचती है।
गुरुवार को एक दस वर्षीय मासूम ने अपनी बीमार दादी को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचने के लिए पहले एम्बुलेंस के लिए फ ोन किया, लेकिन समय पर एम्बुलेंस न पहुंचने पर किशोर ने स्वयं अकेले ही अपनी दादी मां को जिला अस्पताल पहुंचाने के लिए रिक्शे पर बैठाकर चल दिया। हांफता हुआ किशोर अपनी बूढी दादी मां को अस्पताल लेकर पहुंचा तो वहां मौजूद लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की सुविधाओं को जमकर कोसा। शहर के बैरहन मोहल्ले के रहने वाले दस वर्षीय किशोर गोपाल पुत्र राजकुमार अपनी बीमार दादी को लोगों की मदद से माल ढोने वाले रिक्शे पर लिटाकर गंभीर अवस्था में स्वयं रिक्शा चलाकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी पहुंचाया।
किशोर अस्पताल के बाहर अपने नंबर आने का इंतजार करने लगा। यह देखकर वहां मौजूदा स्टाप पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। किशोरी की बूढ़ी दादी सूरसती 55 वर्ष पत्नी स्व. बिंदादीन निवासी बैरहना रेलवे स्टेशन कोतवाली नगर जो अचानक बीमार हो गई तो उनके परिजन में केवल उनकी बहू ही थी और स्कूल से आया एक दस वर्षीय किशोर गोपाल कल्लू के पुरवा के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई के लिए गया था। वहां से आने के बाद देखा तो किसी तरीके अपनी दादी को रिक्शे पर लेकर चल दिया। अस्पताल की ओर यह तस्वीर बयां कर रही है कि सरकार की इन तमाम योजनाएं गरीबों के लिए हैं लेकिन मातहत नहीं सुधर रहे।