मैनपुरी के किशनी में शुक्रवार को तड़के गांगसी रजवाह में खंदी लग गई। जिसके चलते आधा दर्जन गांवों की एक हजार बीघा से अधिक फसलें पानी में डूब गई। तड़के 3 बजे खंदी लगने की खबर मिलते ही दो जेसीबी मशीन लेकर किसान मौके पर पहुंच गए। घंटों खंदी बंद करने के प्रयास किए गए। लेकिन सफलता नहीं मिली। एसडीएम किशनी ने इटावा के अधिकारियों से बात कर पानी बंद कराया।
किशनी क्षेत्र के ग्राम समान के निकट से निकल रहे गांगसी रजवाह में शुक्रवार को तड़के खंदी लगने की खबर मिली तो किसानों के होश उड़ गए। बड़ी संख्या में किसान मौके पर पहुंचे। खंदी बंद करने के लिए दो जेसीबी मशीनों को मौके पर बुलाया गया। पुलिस कंट्रोल रूम को भी घटना की जानकारी दे दी गई। ग्राम पहाड़पुर के निकट खंदी लगने से किसानों की फसलें डूबने लगी। पानी का बहाव बहुत तेज था। किसानों के खेतों में पानी जा रहा था और किसान बेवस होकर पानी से बर्बाद हो रही फसलें देख रहे थे।
एसडीएम ने रजवाह में रुकवाया पानी
किशनी। किसानों ने एसडीएम किशनी अशोक प्रताप सिंह को घटना की जानकारी दी तो एसडीएम ने अधिशाषी अभियंता नहर इटावा को मामले की जानकारी देकर रजवाह में पानी रुकवाने के लिए कहा। इसके बाद सुबह 9 बजे के करीब रजवाह में पानी रोक दिया गया। लेकिन तब तक एक हजार बीघा से अधिक गेंहूं, आलू, सरसों आदि फसलें पूरी तरह पानी में डूब गईं। पानी के चपेट में आकर पहाड़पुर बलमपुर, गुलाबपुर, मचावर, आदि ग्रामो की फसले पानी में डूब हैं। किसान मनोज पाल, श्याम बिहारी, रतिभान सिंह, रमेश चंद्र, रामगोपाल, विशेस्वर, भजन सिंह, हजारी लाल, राम सेवक, मान सिंह, प्रकाश चंद्र, प्रशांत पाल आदि ने डीएम से बर्बाद हुईं फसलों का मुआवजा दिलाने की मांग की है।