उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के किसानों के हित में निर्णय लेते हुए यूरिया के दामों में कमी कर दी है। उन्होंने प्रदेश में प्राकृतिक गैस पर अतिरिक्त वैट लगाए जाने के कारण यूरिया के मूल्य में हुई वृद्धि के मद्देनजर इस कर को वापस लेने का निर्णय लिया है, जिसके चलते 12 जनवरी, 2019 से यूरिया के दामों में कमी हो जाएगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि किसान हित में लिए गए मुख्यमंत्री के इस निर्णय से यूरिया की 45 किलो की 299 रुपये की बोरी अब 266 रुपये 50 पैसे की दर पर मिलेगी। इसी प्रकार यूरिया की 50 किलो की बोरी 330.50 के स्थान पर 295 रुपये के मूल्य पर उपलब्ध होगी। प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य की सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए संकल्पबद्ध है और इसके लिए लगातार प्रयासरत हैं। यह निर्णय उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रदेश के किसान कई सालों से उत्तर प्रदेश में अन्य प्रदेशों की दरों पर ही यूरिया उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने उनकी इस मांग का सम्मान करते हुए यह फैसला लिया है। सल में यूरिया उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली प्राकृतिक गैस (यूरिया का प्रमुख कच्चा माल) पर लगने वाले (प्रवेश कर) एसीटीएन (एडीशनल कॉस्ट ड्यू टू नॉन रिकॉगनाइज्ड इनपुट टैक्सेसन) के कारण उत्तर प्रदेश में 45 किग्रा यूरिया की बोरी अभी 299 रुपये में तथा 50 किग्रा की बोरी 330.50 रुपये में बिक रही है। एसीटीएन के कारण यूरिया की 45 किलो की बोरी पर यूपी में 32.50 रुपये अधिक और 50 किलो की बोरी पर 35.50 रुपये अधिक देने पड़ते हैं। विशेष कर की वजह से देश में सबसे महंगी यूरिया यूपी में बिकने का मामला ‘हिन्दुस्तान’ पिछले दो सालों से लगातार उठा रहा था। इसी परिप्रेक्ष्य में यूपी कैबिनेट ने तीन माह पूर्व प्रदेश में यूरिया पर से एसीटीएन हटाने की संस्तुति केन्द्रीय उर्वरक मंत्रालय को भेज दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उर्वरक मंत्रालय ने राज्य सरकार को इस बारे में अधिसूचना जारी करने की अनुमति प्रदान कर दी है।